कांग्रेस के 7 सांसद पूरे सत्र के लिए हुए निलंबित, बेनीवाल के बयान पर बवाल, लगे मोदी सरकार हाय-हाय के नारे
जनसंदेश न्यूज़
नई दिल्ली। लगातार तीन दिनों से हंगामे की भेंट चढ़ रहे लोकसभा के बजट सत्र का चौथा दिन भी हंगामेदार रहा। गुरूवार को कांग्रेस के सात सांसदों को सभापति के हाथों पत्र छिनना महंगा पड़ गया। जिन्हें सभापति ने पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया। कांग्रेस के गौरव गोगोई समेत 7 सांसदों को निलंबित हुए। इसके बाद संसद की कार्रवाई शुक्रवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
दरअसल गुरूवार को संसद में कोरोना वायरस पर चर्चा होना था। जहां राजस्थान से सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि कोरोना वायरस के 29 मरीज सामने आए हैं, जिसमें इटली से आए हैं। सोनिया गांधी और राहुल गांधी और उनके घर की भी जांच करानी चाहिए।
जिसके बाद सभापति ने उनके इस बयान पर आपत्ति जताई और कार्यवाही से निकालने का निर्देश दिया। सांसद बेनीवाल ने कहा कि गांधी परिवार की जांच होनी चाहिए कि कहीं ये लोग कोरोना से पीड़ित तो नहीं हैं। उनके इस बयान पर हंगामा हो गया और सभापति को सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
संसद की कार्यवाही के दौरान पीठासीन सभापति मीनाक्षी लेखी ने कहा कि सदन में जब मत संख्या 13 तथा 14 पर चर्चा की शुरुआत हुई तब कुछ सदस्यों ने सभा की कार्यवाही से संबंधित कागज अध्यक्ष पीठ से छीन लिए और उछाले गए। संसदीय इतिहास में ऐसा दुर्भाग्यपूर्ण आचरण संभवत पहली बार हुआ है. उन्होंने सांसदों के इस आचरण की निंदा की। स्पीकर ने गौरव गोगोई, टीएन प्रतापन, राजमोहन उन्नीथन, मणिकम टैगोर, बेनी बेहन, डीन कुरीकोस, गुरजीत सिंह को निलंबित किया।
इस दौरान कांग्रेस के कुछ सांसदों ने मोदी सरकार हाय-हाय के नारे लगाये। सांसदों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिससे संसद में जमकर हंगामा हुआ।