सूबे में ‘मिशन प्रेरणा’ की नेतृत्व करेगा बनारस: विजय किरन आनंद


प्राथमिक शिक्षा स्तर की बेहतरी को बीते साल शुरु मिशन पर हुई चर्चा


प्राइमरी स्कूलों के बच्चे हैं देश की सबसे बड़ी संपदा रू दीपक अग्रवाल


शिक्षक के हाथों में है विद्यालय व बच्चों की बेहतरी रू कौशल राज शर्मा

जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। यूपी में मिशन प्रेरणा के महानिदेशक विजय किरण आनंद ने कहा है योगी सरकार की ओर से बीते साल सितंबर में शुरु मिशन प्रेरणा को आगामी मार्च माह तक ब्लाक, जनपद, मंडल और प्रदेश को प्रेरक प्रदेश बनाना है। इस लक्ष्य को हासिल कर वाराणसी उसका नेतृत्व करेगा। प्रत्येक बच्चे के बुनियादी शिक्षा देना इस मुहिम का टार्गेट है। प्राथमिक कक्षाओं की परीक्षा भी पूरी तरह नकलविहीन होगी। बुनियादी शिक्षा में बेहतर स्थिति प्राप्त करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर की टीमें हरएक बच्चे और स्कूल की मॉनिटरिंग करेंगे। ताकि प्रत्येक बच्चा हर दिन स्कूल जाय।
कैंटोमेंट क्षेत्र स्थित एक होटल में सोमवार को ‘मिशन प्रेरणा’ विषयक मंडल स्तरीय कार्यशाला में श्री आनंद संबोधित कर रहे थे। बेसिक शिक्षा में अपेक्षाकृत और सरलता के साथ एवं गुणात्मक सुधार के उद्देश्य से यह मिशन संचालित है। वर्कशॉप में मंडल के जनपदों में किए जा रहे अभिनव प्रयासों और अपनायीजा रही रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई।



मुख्य अतिथि कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कहा कि प्राइमरी स्कूलों के बच्चे देश की सबसे बड़ी संपदा हैं। इनको अच्छा व महान बनाने में शिक्षकों की अहम भूमिका है। प्राइमरी शिक्षक का कार्य कठिन है। बच्चा अपने शिक्षक की बात सबसे ज्यादा मानता है। वर्तमान में प्राथमिक विद्यालयों में इंफ्रास्ट्रक्चर और बढ़े हैं। स्कूल का वातावरण ऐसा हो कि बच्चा स्कूल जाने से डरने के बजाय पढ़ने के लिए वहां जाने को लालायित रहे।
उन्होंने कहा कि मंडलीय समीक्षा बैठकों में शिक्षा का प्राथमिक स्तर पर समीक्षा होगी। उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षक के हाथों राष्ट्रीय पर्व पर ध्वजारोहण कराया जाएगा। इस अवसर पर डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा कि किसी स्कूल को अच्छा और बच्चे को उत्कृष्ट बनाना शिक्षक के हाथों में है। स्कूल की पढ़ाई की गुणवत्ता बढ़ती है तो सभी संसाधन स्वतः उपलब्ध होने लगते हैं। बच्चों की पढ़ाई में अभिभावकों का भी सहयोग लिया जाय। अभिभावक स्तर से बच्चों के सुधार में क्या-क्या संभव है, इस  बारे में आंकलन कर बताएं।



कार्यशाला में यह भी बताया गया



  • दीक्षा मूवमेंट के अंतर्गत शिक्षक व बच्चों के लिए उपयोगी पठन-पाठन सामग्री वेब पोर्टल पर उपलब्ध है।

  • फाउंडेशन लर्निंग को तीन किताबें आधारशिला, ध्यानाकर्षण व शिक्षण संग्रह के उपयोग पर बल दिया गया।

  • निष्ठा कार्यक्रम के अंतर्गत अध्यापकों की क्षमता वृद्धि के उद्देश्य से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है।

  • ऑपरेशन कायाकल्प में ऐतिहासिक उपलब्धियां मिलीं। मानव पोर्टल से शिक्षकों के शोषण की आशंका रुकी।

  • दिव्यांग बच्चों के लिए समर्थ व आउट ऑफ स्कूल बच्चों के लिए शारदा पोर्टल के तहत कार्य किया जा रहा है।

  • बेसिक शिक्षा रुचिकर, बुनियादी शिक्षायुक्त, गुणवत्तायुक्त बनाने को बच्चों का स्तर उठाने की प्रक्रिया जारी है।


दे रहे सुविधाएं
प्राइमरी शिक्षा में ऑपरेशन कायाकल्प, क्वालिटी फ्रेमवर्क, मानव संपदा माड्यूल, प्रेरणा समीक्षा, कस्तूरबा विद्यालय, लाइब्रेरी, स्पोर्ट्स आदि कार्यक्रम संचालित हैं। ऑपरेशन कायाकल्प में स्कूलों में आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं।


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