पुलवामा में शहीद हुए जवान के परिजनों से प्रशासन के वादे रहे अधूरे, अब मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना देगें परिजन
शहीद महेश के परिजनों से किए वादे प्रशासन ने नहीं किए पूरे
जनसंदेश न्यूज़
प्रयागराज। पुलवामा अटैक में शहीद हुए मेजा के टुड़िहार गांव के महेश यादव की शहादत को एक वर्ष बीतने को है। क्षेत्रीय विधायक नीलम करवरिया ने तो शहीद के परिजनों से किया वादा बखूबी निभाया, लेकिन जिला प्रशासन ने वादा खिलाफी किया। परिजनों का कहना है कि समय रहते वादा पूरा नहीं होता तो मुख्यमंत्री आवास पर धरना प्रदर्शन करेंगे।
गौरतलब है कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा अटैक में मेजा के लाल महेश यादव शहीद हो गये थे। शहादत के पश्चात सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, इलाकाई विधायक नीलम उदयभान करवरिया सहित जिले के आलाधिकारी शहीद के पैतृक घर पहुंच वादों का बौछार कर दिया था। समय बीता वादे-वादे ही बनकर रह गये। मेजा विधायक ने शहीद के बच्चों को एक वर्ष तक अपने खर्चे से शिक्षा दिलाने, दोनों बच्चों के नाम एक-एक लाख रुपये की एफडी, हैण्डपम्प, सौरऊर्जा, ट्रांसफार्मर देने का वादा शत-प्रतिशत निभाया।
वहीं दूसरी तरफ प्रशासन द्वारा शहीद के दरवाजे तक काली संपर्क मार्ग, आवास, एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दिलाने की प्रक्रिया व स्मारक स्थल बनवाने में असफल रहा। प्रशासन द्वारा काली मार्ग के नाम पर पहाड़ी की सेलिंग पत्थर बिछा दिया गया है जिस पर वाहन से चलना तो दूर पैदल चलना भी दूर्भर है। स्मारक के लिए ग्राम सभा की जमीन के साथ ही शहीद के परिजनों ने अपनी जमीन देने की पेशकश की लेकिन उसे अनसुना कर दिया गया इसी तरह सरकारी नौकरी का वादा ठंडे बस्ते के हवाले कर दिया गया।
देश के लिए कुर्बान हुए जवान की शहादत को एक वर्ष होने को है, लेकिन प्रशासनिक वादे पूरे नहीं किए गए जिसे लेकर शहीद के परिजनों व क्षेत्रीय ग्रामीणों में आक्रोश है। शहीद के दादा का कहना है कि यदि प्रशासन अपना वादा पूरा नहीं करता तो मुख्यमंत्री आवास के सामने पूरे परिवार के साथ आमरण अनशन करेंगे।