पूर्वांचल में लौटी ठंड ने किया बेहाल, कांपे लोग
मौसम की मार
शनिवार को पहुंची थी कश्मीर और इसके बाद से बदला हाल
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कोल्ड फंं्रंट ने किया बेहाल
जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। मौसम विज्ञान विभाग के अनुमान के इतर पारे में गिरावट का दौर थमने नाम नहीं ले रहा है। बादलों की मौजूदगी के साथ दिन के अधिकतम और रात के न्यूनतम तापमान में आयी गिरावट ने चढ़ते में पारे को फिर रोक दिया है। रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस वही रात का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस ठिठका रहा। मौसम में बदलाव की उम्मीद के उलट एक बार फिर रात की अधिकतम आर्द्रता 88 प्रतिशत दर्ज की गयी। वहीं ठंडी वेस्टर्ली हवा (पछुआ) से लोग कंपकपाने लगे हैं। गत दिनों वेस्टर्न डिर्स्बेंस से सक्रिय वार्म फ्रंट के बाद सर्दी लौटने की बात कर रहे लोग लौटी ठंड रविवार को एक बार फिर बेहाल दिखे। गलन भरी हवा ने मौसम को ऐसा बदला कि रविवार की सुबह बादल और कोहरे से दिन का अधिकतम तापमान दिन चढ़ने तक थोड़ी राहत मिली मगर धूप न निकलने के बाद भी गलन का दौर जारी रहा। वैसे नवंबर माह से ही हर सप्ताह मौसम में अचानक ही चमत्कारी ादलाव हुआ है। कई बार ऐसा हो रहा है पारा में भारी बदलाव होने से गलन बढ़ जा रही है। एक दिन पहले जहां नेपाल की तरफ से उत्तरी हवा चल रही थी। मौसम विज्ञानियों की माने तो शनिवार को जम्मू -कश्मीर की पश्चिमी हवा हावी हो गई है। इसके कारण अचानक ही गलन बढ़ गई। साथ ही अधिकतम पारे में करीब चार डिग्री गिरावट दर्ज की गई।
आसमान में बादल तो रहे लेकिन गलन में कोई राहत नहीं थी। बादल के कारण पूरे दिन भगवान सूर्य के दर्शन नहीं हुए। धूप नहीं होने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। बताते चलें कि बीते सोमवार को आजादी के बाद दूसरी और 1962 के बाद पहली बार न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज हुआ था। इससे पूरा पूर्वांचल ठंड से कांप उठा था। न्यूनतम तापमान के साथ ही उस दिन अधिकतम तापमान भी मात्र 9 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था, जिससे ठंड दिन-रात एक समान हो गई थी। बढ़ी ठंड से प्रशासन ने भी सावधानी बरतना शुरू कर दिया है।
डब्ल्यूडी के कारण वार्म फ्रंट सक्रिय होने पर गत गुरुवार को अधिकतम तापमान 23.6 और न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस हो गया था।