बीएचयू में छात्र ने महामना की तस्वीर के सामने पेट्रोल लेकर दिया धरना
विवि प्रशासन पर राजनीति विज्ञान के पीएचडी में धांधली का लगाया आरोप
विश्वविद्यालय प्रशासन में मचा हड़कंप
जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। बीएचयू का इन दिनों चोली दामन का साथ हो गया है। एक विवाद थमता नहीं कि दूसरा फिर शुरू हो जा रहा है। ताजा मामला शनिवार का है। जहां बीएचयू के कला संकाय के राजनीति विज्ञान विभाग (सामाजिक विज्ञान संकाय) में एक छात्र पीएचडी में धांधली का आरोप लगाते हुए पेट्रोल लेकर धरना प्रदर्शन करने लगा। सूचना लगते ही विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया। धरनारत छात्र सुमित सिंह का आरोप है कि पीएचडी प्रवेश परीक्षा में विश्वविद्यालय द्वारा धांधली की जा रही है, जिसके कारण छात्रों का भविष्य संकट में आ गया है।
छात्र सुमित सिंह ने शनिवार को महामना की तस्वीर के सामने दीप जलाकर सत्याग्रह शुरू किया हैं। मांग है कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के हितों को लेकर गंभीर नहीं होगा तो उसका आमरण अनशन यूं ही जारी रहेगा। सत्याग्रह के दौरान छात्र ने एक बोतल में पेट्रोल रख लिया। जिसको लेकर विवि प्रशासन में हड़कंप की स्थिति रही।
छात्र की मांग थी कि दो वर्ष से विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान में पीएचडी की सीटें नहीं आई है। इसलिए सीटों को बढ़ाना चाहिए। इसके साथ ही विभाग में जो प्रोफेसर शोध कराना चाहते हैं उनकी सीट को बहाल किया जाए।
बताया कि विभाग का कहना है कि जिस प्रोफेसर की सेवा अवधि तीन वर्ष से कम है वे शोध नहीं करा सकते तो अभी तीन महीने पहले समाज शास्त्र तथा इतिहास विभाग में जिनकी सेवा अवधि तीन वर्ष से कम है तो वहां शोध क्यों हो रहा है। दूसरा तर्क विभाग के ही विभागाध्यक्ष रह चुके प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्र डीलिट कैसे करा रहे हैं। उनके अभिभावक की इसी माह के बाद सेवा अवधि समाप्त हो रही है। कहा कि यदि हमारी शोध संबंधी मांगें नहीं मानी गई तो हम इसके बाद अनिश्चितकालीन धरना देने पर विवश होंगे।