बनारस के मठ-मंदिरों के का होगा पर्यटन विकास, इन प्रमुख मंदिरों के लिए इस्टीमेट बनकर तैयार
शासन को भेजा पांच परियोजनाओं का इस्टीमेट
कालभैरव मंदिर व कुंजगली में बनेगा प्रवेशद्वार
ज्वरहरेश्वर महादेव मंदिर के लिए भी है प्रपोजल
जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। जनपद में पर्यटन विकास के उद्देश्य से कई मठ-मंदिरों का सुंदरीकरण आदि के कार्य कराये जाएंगे। इस बारे में प्रस्ताविक कार्यों के लिए शासन को इस्टीमेट भेजा गया है।
जानकारी के मुताबिक पर्यटन विभाग की ओर से शासन को वाराणसी में पांच नये कार्यों के लिए दिये गये प्रस्तावों के लिए लगभग दो करोड़ 67 लाख रुपये इस्टीमेट भेजा गया है। जिसमें कालभैरव मंदिर का भव्य प्रवेशद्वार बनाने के लिए 10.54 लाख रुपये का आकलन किया गया है। इसी प्रकार नवदुर्गा पावन-पथ मंदिर गेट के पर्यटन विकास के लिए 89.20 लाख रुपये का खाका तैयार किया गया है।
वहीं, मणिकर्णिका घाट क्षेत्र स्थित नरसिंह मठ के पर्यटन विकास के लिए 69.44 लाख रुपये, राजघाट पर चेजिंग रूम के लिए 65.33 लाख रुपये और मच्छोदरी क्षेत्र स्थित ओंकारेश्वर महादेव मंदिर के विकास के लिए 32.51 लाख रुपये का इस्टीमेट बनाया गया है।
दूसरी ओर, अन्य नये प्रस्तावों में सारनाथ, शंकुधारा स्थित मठ, दुर्गाकुंड क्षेत्र स्थित धर्मसंघ आश्रम, चौक क्षेत्र के कुंजगली का प्रवेशद्वार, परेड कोठी स्थित राही पर्यटक आवास गृह (टूरिस्ट बंगला), जैतपुरा क्षेत्र में ज्वरहरेश्वर महादेव मंदिर, इस्रश्वरगंगी क्षेत्र में पातालपुरी मठ आदि के लिए भी इस्टीमेट बनाये जा रहे हैं।